बुधवार, 16 दिसंबर 2020

संगणक सहायक अधिगम : अभिप्राय, शिक्षा में प्रयोग एवं विशेषताएं ---मुकेश कुमार


अधिगम का अर्थ है-
सीखना। मनुष्य जन्म से जीवनपर्यंत सीखता है। संसार में व्याप्त अनेकानेक वस्तुओं, प्रकृति आदि से वह अपने अधिगम का विकास करता है। मनुष्य ने अब तक बहुत ही प्रगति की है वह इस सीखने की प्रक्रिया में बहुत-सी साधन-सामग्री उपयोग करता है।

स्रोत- गूगल
आज संगणक का युग है। आज मनुष्य की अधिगम की गति भी तेज हुई है, उसके पास कई ऐसे संसाधन उपलब्ध हैं जिससे उसके अधिगम का विकास हुआ है। और उसी अधिगम विकास के कारण वह ऐसे संसाधन का निर्माण भी कर पाया है जिसका उपयोग करके वह अपनी अधिगम क्षमता का विकास कर रहा है, और उसी का परिणाम है संगणक। 

संगणक का अविष्कार मनुष्य द्वारा किया गया सर्वोत्तम आविष्कार है। और मनुष्य की प्रगति का संकेत है संगणक। और इस उपकरण ने मनुष्य की अधिगम की क्षमता को गतिशीलता प्रदान की है। आज विभिन्न कार्य -क्षेत्रों में संगणक का प्रयोग किया जाता है। शिक्षा के क्षेत्र में संगणक का प्रयोग बहुत ही सरलता और उसकी उपयोगिता को देखते हुए किया जा रहा है। आज का युग संगणक का युग है जिससे सारा संसार प्रभावित है।

संगणक सहायक अधिगम से अभिप्राय:-
संगणक सहायक अधिगम एक ऐसी प्रणाली है जिसमें शिक्षार्थी/ विद्यार्थी संगणक का प्रयोग करके अंतःक्रिया करता है। और इस अंतःक्रिया से वह ज्ञान/सूचना प्राप्त करता है। यह ई-लर्निंग का हिस्सा है जो व्यक्तिगत शिक्षण प्रक्रिया को अधिक प्रभावित करता है। यह कम समय में अधिक से अधिक सूचनाओं को शिक्षार्थी/विद्यार्थी को उपलब्ध कराता है।

शिक्षा में संगणक:-
संगणक का प्रभाव और प्रयोग व्यापार जगत के साथ शिक्षा प्रणाली में भी तेजी से दिखाई देता है। आज शिक्षा प्रणाली में संगणक का प्रयोग बहुत तेजी से हो रहा है जिसमें शिक्षार्थियों को अपनी गति के अनुसार सीखने का अवसर भी मिलता है। इस तकनीकी का उपयोग दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है और शिक्षा के विभिन्न परिप्रेक्ष्य में प्राथमिक विद्यालयों से लेकर विश्वविद्यालयों तक किया जा रहा है। इसका प्रारंभ सर्वप्रथम मध्य अमेरिका में 1950-1960 में माना जाता है।

शिक्षण क्षेत्र में संगणक सहायक अधिगम के उपयोग की विशेषता:-

1. यह शिक्षक पूरक है। इसमें शिक्षक की उपस्थिति एवं अनुपस्थिति दोनों परिस्थिति में शिक्षार्थी अधिगम करता है।

2. इसमें शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि होती है, क्योंकि इसमें सूचनाएं दृश्य, श्रव्य तथा लिखित सामग्री के रूप में प्राप्त होती हैं। जिनका उपयोग शिक्षार्थी अपने गति से करता है।

3. इसमें शिक्षार्थी को स्वयं सीखने का अवसर मिलता है जिससे वह स्वयं को प्रदर्शित करने में से सहायता प्राप्त होती है।

4. इस अधिगम प्रक्रिया में किसी भी जानकारी को पुनः देखने सुनने का अवसर होता है जैसे किसी श्रव्य सामग्री मो रिकॉर्ड करके रख लिया जाता है, दृश्य सामग्री को रिकॉर्ड करके तथा लिखित सामग्री को भी रेकॉर्ड/ सेव करके रखा जाता है।

5. किसी भी संप्रत्यय को समझने में समझने में संगणक अधिक सहायता करता है जिसमें उस संप्रत्यय को ऑडियो या वीडियो के माध्यम से प्रस्तुत करके समझा जा सकता है।

6. इसमें सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है जिससे सूचनाओं को एकत्रित भी किया जाता है।

1 टिप्पणी:

संगणक सहायक अधिगम के प्रकारों का परिचय एवम कार्य- प्रशांत खैरवार

संगणक सहायक अधिगम कंप्यूटर आधारित अधिगम एक ऐसी अधिगम प्रक्रिया है। जिसमें छात्र शक्ति से स्व क्रियाओं के आधार पर इनपुट व आउटपुट उपकरणों की स...

Creative Commons License
संगणक सहायक अधिगम by Mukesh Prem is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License.