भूमिका :-
आज के वर्तमान परिदृश्य की बात करें तो संगणक सहायक अधिगम हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। खासकर विश्व जब कोरोना जैसी भीषण महामारी से गुजर रहा है। ऐसी परिस्थिति में पूरे विश्व स्तर पर स्कूल,कॉलेज,विश्वविद्यालय,उच्च शिक्षण संस्थान आदि में कक्षा कक्ष अधिगम,प्रायोगिक कार्य एवं शोध भौतिक रूप से बंद पड़े हैं। ऐसे समय में जहां पर देश में सभी चीजें बंद पड़ी है वहां पर बिना किसी रुकावट के शैक्षिक सत्र सुचारू रूप से चल रही है,और शिक्षार्थी ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से अधिगम कर रहे हैं, तो इसमें सबसे बड़ी भूमिका संगणक आधारित अधिगम की है। उदाहरण के तौर पर समझने का प्रयास करेंगे। जैसे - गूगल मीट के माध्यम से हम ऑनलाइन कक्षा के माध्यम से अधिगम कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर गूगल क्लासरूम व एडमोडो जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर शिक्षार्थी अपना असाइनमेंट आदि जमा कर रहे हैं। व्हाट्स ऐप व जीमेल के माध्यम से शिक्षार्थी एवं शिक्षकों के बीच जरूरी मुद्दों व विषय पर सूचनाएं प्राप्त हो जाती है।
उपरोक्त बातों से हमने संगणक सहायक अधिगम की भूमिका को संक्षिप्त में समझने का प्रयास किया अब हम इसके लाभ एवं हानियों पर चर्चा करने का प्रयास करेंगे :-
*संगणक सहायक अधिगम के लाभ-
1. शिक्षार्थी अपनी सुविधानुसार घर,कार्यालय,पार्क आदि जगहों पर इंटरनेट की उपस्थिति में अधिगम कर सकते हैं।
2. संगोष्ठी एवं कार्यशालाओं से जुड़कर घर बैठे ही सीख सकते है।इसके लिए किसी विशेष स्थान पर गए बगैर ऑनलाइन माध्यम से जुड़ कर लाभान्वित हो सकते हैं।
3. धन व समय की बचत कर सकते है।
4. सम्पूर्ण विश्व की सूचनाएं व ज्ञान का संग्रह हम इंटरनेट की सहायता से क्षण भर में प्राप्त कर सकते है।
5. दूर शिक्षा व ऑनलाइन डिग्री कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण इलाकों तक शिक्षा की पहुंच बनने का सपना साकार हुआ।
6. पाठ्यक्रम के अतिरिक्त किसी भी विषय पर अलग अलग बुद्धिजीवियों द्वारा एक ही विषय पर कई शिक्षण सामग्रियां ऑनलाइन मिल जाती है।
7. ऑनलाइन कक्षा व ऑनलाइन असाइनमेंट जमा करने कि सुविधा प्राप्त हो जाती है।
8. स्वयं जैसे ऑनलाइन लेर्निंग एप के माध्यम से शिक्षण,परीक्षा व असाइनमेंट जमा ऑनलाइन करके ऑनलाइन डिग्री भी प्राप्त कर सकते है।
9. नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी व हिंदी समय डॉट कॉम जैसे ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से घर बैठे अच्छी अच्छी व महत्वपूर्ण पुस्तकों का अध्ययन कर सकते है।
* संगणक सहायक अधिगम की हानि-
1. भौतिक रूप से संचालित कक्षाओं का आनंद व शिक्षकों की शाबाशी से वंचित रह जाते है।
2. इस प्रकार का अधिगम स्वास्थ्य की दृष्टि से हितकर नहीं होता है खासकर बच्चों के लिहाज से तो इस प्रकार के अधिगम के सर्वाधिक प्रयोग से बचना चाहिए।
3. इस अधिगम का ज्यादा प्रयोग आंखों के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक सिद्ध होता है।
4. भौतिक रूप से अगर देखें तो एक कम्युनिकेशन व सोशल गैप भी बनता चला जाता है जो मानवहित की दृष्टि से सही नहीं है।
5. शिक्षार्थी किताबों को भौतिक रूप से पढ़ने व लाईब्रेरी जाकर पढ़ने में कम रुचि ले रहे है जो एक चिंता का विषय है।
6. शिक्षार्थी सॉफ्टवेयर व कैलकुलेटर के माध्यम से गणितीय गणना करके अपने स्वयं के गणितीय क्षमता को प्रभावित करते हैं।